कुमार कार्तिकेय को स्वामीनाथ बोलकर सम्बोधन किया। कुमार कार्तिकेय को स्वामीनाथ बोलकर सम्बोधन किया।
तेरे अंचल की मृदुल - छाँव ममता ले तेरी बढ़े पाँव। तेरे अंचल की मृदुल - छाँव ममता ले तेरी बढ़े पाँव।
माता पार्वती के प्यारे, जग में हो सबसे न्यारे, सर्वप्रथम पूजित देव तुम। माता पार्वती के प्यारे, जग में हो सबसे न्यारे, सर्वप्रथम पूजित देव तुम।
रामजी का नाम सब लेते है... चलो हम लेंगे... बोलो, जय श्रीराम... रामजी का नाम सब लेते है... चलो हम लेंगे... बोलो, जय श्रीराम...
जब हारने लगो जीवन की दौड़ पर बनना चाहो तुम सिरमौर जब हारने लगो जीवन की दौड़ पर बनना चाहो तुम सिरमौर
श्रीराम तुम्हारे चरणों में हम भाव चढ़ाते हैं प्रभु आप मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम कहलाते श्रीराम तुम्हारे चरणों में हम भाव चढ़ाते हैं प्रभु आप मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीर...